नाटक (MCQ) – ‘अंधेर नगरी’ और ‘भारत दुर्दशा’

1➤ अंधेर नगरी के संदर्भ में सही नहीं है ?





2➤ ‘अंधेर नगरी’ का प्रकाशन वर्ष क्या है ?





3➤ “मान्य योग्य नहिं होत कोऊ, कोरो पद पाए” भारतेंदु ने लिखा है ?





4➤ अंधेर नगरी है ?





5➤ ‘अंधेर नगरी’ में अंक के बजाय किस शब्द का प्रयोग किया गया है ?





6➤ ‘महंत अपने दो चेलों के साथ दिखाई पड़ते हैं जो अपने शिष्यों गोवर्धन दास और नारायण दास को पास के शहर में शिक्षा मांगने भेजते हैं। वे गोवर्धन दास को लोभ के बुरे परिणाम के प्रति सचेत करते हैं और दिखाते हैं कि लालच कैसा होता है।’ – यह किस दृश्य का कथानक है ?





7➤ ‘शहर के बाजार का दृश्य है जहां सबकुछ टके सेर बिक रहा है। गोवर्धन दास बाजार की यह कफैयत देखकर आनन्दित होता है और सात पैसे में ढाई सेर मिठाई लेकर अपने गुरू के पास लौट जाता है।’ – यह किस दृश्य का कथानक है ?





8➤ “सेत-सेत सब एक से, जहां कपूर कपास। ऐसे देश कुदेश में, कबहूं न कीजै बास।” – यह पंक्ति किस दृश्य में है ?





9➤ अंधेर नगरी के चौपट राजा के दरबार और न्याय का चित्रण किस दृश्य में हुआ है ?





10➤ अंधेर नगरी के किस दृश्य में मिठाई खाते और प्रसन्न होते मोटे हो गए गोवर्धन दास को चार सिपाही पकड़कर फांसी देने के लिए ले जाते हैं ?





11➤ ‘राजा यह सुनकर कि इस शुभ सइयत में फांसी चढ़ने वाला सीधा बैकुंठ जाएगा स्वयं को ही फांसी पर चढ़ाने की आज्ञा देता है। इस तरह अन्यायी और मूर्ख राजा स्वतः ही नष्ट हो जाता है।’ – ये पंक्तियां किस दृश्य में हैं ?





12➤ महंत का लोभी शिष्य कौन था ?





13➤ निम्नलिखित में से सुमेलित नहीं है ?





14➤ निम्नलिखित में से सुमेलित नहीं है ?





15➤ “राम भजो-राम भजो-राम भजो” किसका कथन है ?





16➤ “जात ले जात, टके सेर आत ,टके के वास्ते धर्म और प्रतिष्ठा दोनों बेच टके के वास्ते झूठी गवाही दें। वेद धर्म कुल मरजादा सचाई बहाई सब टके सेर।” यह किसका कथन है ?





17➤ “अंधेर नगरी चौपट राजा टके सेर भाजी टके सेर खाजा।” यह किसका कथन है ?





18➤ “सेत सेत सब एक से, जहां कपूर कपास। ऐसे देस कुदेस में कबहुं न कीजै वास।” यह किसका कथन है ?





19➤ “चुप रहो ! तुम्हारा न्याय यहां ऐसा होगा कि जैसा जम के यहां भी न होगा।” ये पंक्तियां किस दृश्य में हैं ?





20➤ “वेश्या जोरू एक समाना।” यह किसका कथन है ?





21➤ “अंधाधुंध मच्चौ सब देसा मानहूं राजा रहत विदेसा” यह किसका कथन है ?





22➤ “जहां न धर्म न बुद्धि नहि नीति न सुजन समाज, ते ऐसहि आपुहि नसे जैसे चौपटराज।” यह किसका कथन है ?





23➤ ‘भारत दुर्दशा’ के संदर्भ में सही नहीं है ?





24➤ भारतेंदु ने भारत दुर्दशा का कारण माना है ?





25➤ “रोअहु सब मिलिकै आवहु भारत भाई। हा हा ! भारतदुर्दशा न देखी जाई।” इन पंक्तियों से भारत दुर्दशा किस प्रकार का नाटक प्रतीत होता है ?





26➤ “भारत दुर्दशा अतीत गौरव की चमकदार स्मृति है, आंसू भरा वर्तमान है और भविष्य निर्माण की भव्य प्रेरणा है। इसमें भारतेंदु का भारत प्रेम करूणा की सरिता के रूप में उमड़ चला आया है। आशा की किरण के रूप में झिलमिला उठा है।” – यह किसका कथन है ?





27➤ भारत दुर्दशा के संदर्भ में निम्नलिखित में से असत्य कथन है ?





28➤ “रोवहु सब मिलि कै आवहु भारत भाई। हा हा ! भारत-दुर्दशा न देखी जाई।” इन पंक्तियों का आशय है ?





29➤ ‘भारत दुर्दशा’ के किस अंक के दृश्य में शमशान में कुत्तों, कौओं, स्यारों के बीच फटेहाल भारत का प्रवेश होता है ?





30➤ ‘भारत दुर्देव’ एवं ‘सत्यनाश फौजदार’ अपने भारत दुर्दशामूलक प्रयोजनों को स्पष्ट करते हैं।- यह भारत दुर्दशा के किस अंक का दृश्य है ?





31➤ भारत दुर्देव की वेशभूषा कैसी है ?





32➤ भारत दुर्दशा के चौथे अंक में गुलाम, हीन एवं हतदर्प बनने के कारणों का उल्लेख है। ये कारण क्या हैं ?





33➤ भारत दुर्देव के हमले से बचने के लिए पढ़े-लिखे भारतीयों की बैठक का उल्लेख किस अंक में किया गया है ?





34➤ भारत दुर्दशा के पांचवें अंक के संदर्भ में सही नहीं है ?





35➤ भारतभाग्य नामक केवल एक पात्र का संवाद एवं कार्य व्यापार किस अंक में चित्रित है ?





36➤ भारत भाग्य के संदर्भ में सही है ?





37➤ भारतदुर्दशा की भाषा-शैली के संदर्भ में सही नहीं है ?





38➤ “मेरे आछत तुमको अपने प्राण की फिक्र/छिः छिः! जीओगे तो भीख मांगकर खाओगे। प्राण देना तो कायरों का काम है। क्या हुआ जो धन-मान सब गया, एक जिन्दगी हजार नियामत है।” यह किसके बीच का संवाद है ?





39➤ डिसलॉयल्टी पात्र का संबंध किससे है ?





40➤ ‘भारत दुर्दशा’ का पात्र नहीं है ?





41➤ ‘भारत दुर्दशा’ का पात्र नहीं है ?





42➤ ‘भारत दुर्दशा’ में ‘कविवचन सुधा पत्रिका’ का जिक्र किसके द्वारा किया गया है ?





43➤ भारत दुर्दशा के संदर्भ में सही नहीं है ?





44➤ “अंधेर नगरी अंध व्यवस्था का प्रतीक है।” यह किसका कथन है ?





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