1➤ आचार्य रामचन्द्र शुक्ल के अनुसार ‘वीरगाथा काल’ की चार साहित्यिक पुस्तकेंं कौन सी हैं ?
2➤ आचार्य रामचन्द्र शुक्ल ने अपने इतिहास ग्रन्थ लिखने में किन रचनाओं का सहारा लिया है ?
3➤ ‘जनता की चित्तवृत्ति का संचित प्रतिबिम्ब ही साहित्य है’- यह मानना है ?
4➤ ‘महाराजा भोज’ के समय से लेकर ‘हम्मीरदेव’ के समय तक की अवधि को आदिकाल किसने माना है ?
5➤ “अगिन जो लागी नीर में कंदी जलिया झारि, उत्तर दक्षिण के पंडिता रहे बिचारि बिचारि”- इन पंक्तियों के रचयिता हैं ?
6➤ सिद्धों का मुख्यतः क्षेत्र था ?
7➤ लूईपा का समय है ?
8➤ कालक्रमानुसार सही मेल बतायें ?
9➤ कालक्रमानुसार सही मेल बतायें ?
10➤ कौन से नाथ, सिद्धों में भी गिने जाते हैं ?
11➤ “सिद्धों में बहुत से मछुए, चमार, डोम, कहार, लकड़हारे, दर्जी तथा बहुत से शूद्र कहे जाने वाले लोग थे। अतः जाति-पाति के खंडन तो वे आप ही थे।” यह कथन किसका है ?
12➤ आचार्य शुक्ल ने किस प्रकार के काव्यों के आधार पर ‘आदिकाल’ को ‘वीरगाथा’ नाम दिया ?
13➤ “जोई-जोई पिण्डे सोइ ब्रह्मांडे” यह सिद्धांत किसका है ?
14➤ ‘अवधूत मत’ या ‘अवधूत सम्प्रदाय’ कहा जाता है ?
15➤ ‘भू-परिक्रमा’ के रचयिता कौन हैं ?
16➤ “ब्रजयानी सिद्धों और नाथपंथी जोगियों का उद्देश्य कर्म को उस तंग गट्ठे से निकालकर प्रकृत धर्म के खुले क्षेत्र में लाना न था बल्कि एकबारगी किनारे उकेल देना था।” शुक्ल जी का यह कथन किस प्रकरण से है ?
17➤ “वैष्णवों से उन्होंने अहिंसावाद और प्रवत्तिवाद लिए इसी से इनके वचनों में कहीं भारतीय अद्धैतवाद की झलक मिलती है, तो कहीं योगियों के नाड़ीचक्र की, कहीं सूफियों के प्रेमतत्व की, कहीं पैगंबरी खुदावाद की और कहीं अहिंसावाद की। अतः तात्विक दृष्टि से न तो हम इन्हें पूरे अद्धैतवादी कह सकते हैं, और न एकेश्वरवादी।”- शुक्ल जी का यह कथन किसके लिए है ?
18➤ “प्रेमबंधनॉन के खंडन मंडन की बुद्धि को किनारे रख कर मनुष्य के हृदय को ही स्पर्श करने का प्रयत्न किया” शुक्ल का यह कथन किस धारा के कवियों के लिए कहा गया ?
19➤ ‘पद्मावत’ को समासोक्ति किसने कहा है ?
20➤ तुलसी को ‘रूपकों का बादशाह’ किसने कहा है ?
21➤ “भक्तिकाल का उदय ऐतिहासिक-सामाजिक शक्तियों के रूप में जनता के दुःख व कष्टों से हुआ।” यह कथन किसका है ?
22➤ “लेकिन जोर देकर कहना चाहता हूं कि अगर इस्लाम नहीं आया होता तो भी इस साहित्य का बारह आना वैसा ही स्वरूप होता जैसा आज है।” यह कथन किसका है ?
23➤ “ज्ञानमार्ग की बातें कबीर ने हिन्दू साधु, सन्यासियों से ग्रहण की जिनमें सूफियों के सत्संग से उन्होंने ‘प्रेमतत्व’ का मिश्रण किया और अपना एक अलग पंथ चलाया। उपासना के बाह्य स्वरूप पर आग्रह करनेवाले और कर्मकांड की प्रधानता देने वाले पंडितों और मुल्लों को उन्होंने खरी-खरी सुनाई। कबीर के सन्दर्भ में यह कथन किसका है ?
24➤ “कबीर ने अपनी झाड़ फटकार के द्वारा हिन्दुओं और मुसलमानों के कहरपन को दूर करने का जो प्रयास किया वह अधिकतर चिढ़ानेवाला सिद्ध हुआ, हृदय को स्पर्श करने वाला नहीं।” यह कथन किसका है ?
25➤ कवियों का सही विकास क्रम काल क्रमानुसार बतायें ?
26➤ कवियों का सही कालानुक्रम बताएं ?
27➤ कवियों का सही कालक्रमानुसार विकास बताइए ?
28➤ रचनाओं का सही काल क्रमानुसार विकास बताएं ?
29➤ निम्नलिखित में असत्य कथन का निर्धारण कीजिए ?
30➤ उत्तर विकल्पों में से सही विकल्प चुनिए ?
31➤ रचनाकालनुसार रचना का सही विकास क्रम बताइए ?
32➤ भारतेन्दु युगीन कविता की विशेषता नहीं है ?
33➤ भारतेन्दु हरिश्चन्द्र के काव्य की विशेषता नहीं है ?
34➤ विसंगत अनुक्रम छांटिए ?
35➤ मैथिलीशरण गुप्त की रचना ‘किसान’ का काव्य-रूप है ?
36➤ ‘भारतेन्दु-प्रज्ञेन्दु’, ‘कविता-कामिनी कांत’, ‘साहित्य-सुधाकर’ उपाधियां संबंधित हैं ?
37➤ ‘प्रियप्रवास’ की विशेषता नहीं है ?
38➤ हिन्दी भाषा और साहित्य के वस्तुनिष्ठ परिदृश्य जोधपुर के राजपूत सरदार पर आधारित काव्य है ?
39➤ “चातक खड़ा चोंच खोले है, संपुट खोले सीप खड़ी, मैं अपना घर लिए खड़ा हूं, अपनी-अपनी हमें पड़ी।” इन पंक्तियों के रचयिता हैं ?
40➤ “बैरीदल को ललकार गिरी, वह नागिन-सी फुफकार गिरी, था शोर मौत से बचो बचो, तलवार गिरी, तलवार गिरी, क्षण इधर गई, क्षण उधर गई, क्षण चढ़ी बाढ़-सी उतर गई थी, प्रलय चमकती जिधर गई, क्षण शोर हो गया किधर गई” – इन पंक्तियों के रचयिता हैं ?
41➤ “अधिकार खोकर बैठे रहना यह महादुष्कर्म है, न्यायार्थ अपने बंधु को भी दण्ड देना धर्म है।” ये पंक्तियां किस कविता से हैं ?
42➤ मैथिलीशरण गुप्त की रचनाओं को प्रकाशन वर्ष के आधार पर कालक्रमानुसार लगाइए ?
43➤ मैथिलीशरण गुप्त के विषय में असंगत कथन है ?
44➤ ‘हिमकिरीटिनी’ और ‘हिमतरंगिनी’ के रचनाकार हैं ?
45➤ ‘त्रिधारा’ और ‘मुकुल’ कविता-संग्रह किसके हैं ?
46➤ “ले चल वहां भुलावा देकर मेरे नाविक धीरे-धीरे, जिस निर्जन में सागर लहरी अंबर के कानों में गहरी, निश्छल प्रेमकथा कहती हो, तज कोलाहल की अवनीरे ।” ये काव्य पंक्तियां किस संग्रह की हैं ?
47➤ “इसमें उन्होंने अपने प्रिय ‘आनन्द’ की प्रतिष्ठा दार्शनिकता के ऊपरी आभास के साथ कल्पना की मधुमती भूमिका बनाकर दी है।” कामायनी के विषय में यह कथन किसका है ?
48➤ “तुम भूल गए पुरूषत्व मोह में, कुछ सत्ता है नारी की, समरसता है संबंध बनी अधिकार और अधिकारी की।” ये पंक्तियां कामायनी के किस सर्ग में हैं ?
49➤ प्रकाशन वर्ष के आधार पर इन रचनाओं का सही अनुक्रम है ?
50➤ “छोड़ द्रुमों की मृदु छाया, तोड़ प्रकृति से भी माया बाले! तेरे बाल-जाल में कैसे उलझा दूं लोचन? भूल अभी से इस जग को !” यह छंद किस कविता का है ?
51➤ ‘कवि सम्राट’ की उपाधि से किसे विभूषित किया गया था ?
52➤ “मुक्त करो नारी को मानव! चिर-बन्दिनी नारी को, युग-युग की बर्बर कारा से, जननि सखी प्यारी को…” ये पंक्तियां किस कविता की हैं ?
53➤ छायावादी काव्य का केन्द्रीय भाव है ?
54➤ प्रगतिवादी काव्य की विशेषता नहीं है ?
55➤ ‘राहों का अन्वेषी’ किसे कहा गया है ?
56➤ अज्ञेय ने किस तार सप्तक में प्रयोगवाद सम्बन्धी अवधारणा को स्पष्ट किया है ?
57➤ ‘आशंका के द्वीप अंधेरे में’ के नाम से मुक्तिबोध की कविता ‘अंधेरे में’ का प्रकाशन सर्वप्रथम किस पत्रिका में व कब हुआ ?
58➤ ‘पृथ्वी-कल्प’ काव्य-नाटक के रचयिता हैं ?
59➤ “शमशेर मूड्स के कवि हैं, किसी विजन के नहीं”- यह कथन किसका है ?
60➤ ‘प्रवासी के गीत’ किसकी रचना है ?
61➤ ‘भैंसा गाड़ी’ किसकी रचना है ?
62➤ विसंगत अनुक्रम छांटिए ?
63➤ ‘बुनी हुई रस्सी’ किसकी रचना है ?
64➤ ‘इति’ किसकी रचना है ?
65➤ ‘नाटक जारी है’ किसकी रचना है ?
66➤ ‘मिट्टी की बारात’ किसकी रचना है ?
67➤ ‘लगभग जयहिन्द’ किसकी रचना है ?
68➤ ‘संसद से सड़क तक’ किसकी रचना है ?
69➤ ‘एकांत’ किसकी रचना है ?
70➤ ‘कछुए की पीठ पर’ किसकी रचना है ?
71➤ ‘कुआनो नदी’ किसकी रचना है ?
72➤ ‘खुशबू के शिलालेख’ किसकी रचना है ?
73➤ ‘गन्धवीथी’ किसकी रचना है ?
74➤ ‘ग्रीन विच’ किसकी रचना है ?
75➤ ‘जलसाघर’ किसकी रचना है ?
76➤ ‘जाल समेटा’ किसकी रचना है ?
77➤ ‘हड्डियों में छिपा ज्वर’ किसकी रचना है ?
78➤ ‘इस यात्रा में’ किसकी रचना है ?
79➤ ‘परिक्रमा’ किसकी रचना है ?
80➤ ‘पहले मैं सन्नाटा बुनता हूं’ किसकी रचना है ?
81➤ ‘व्यक्तिगत’ किसकी रचना है ?
82➤ ‘चुका भी नहीं हूं मैं’ किसकी रचना है ?
83➤ ‘तालाब की मछलियां’ किसकी रचना है ?
84➤ ‘दीवारों पर खून से’ किसकी रचना है ?
85➤ ‘महाप्रस्थान’ किसकी रचना है ?
86➤ ‘सत्यकाम’ किसकी रचना है ?
87➤ ‘साये में धूप’ किसकी रचना है ?
88➤ ‘हंसो-हंसो जल्दी हंसो’ किसकी रचना है ?
89➤ ‘अग्निलीक’ किसकी रचना है ?
90➤ ‘अनाम तुम आते हो’ किसकी रचना है ?
91➤ ‘जंगल का दर्द’ किसकी रचना है ?
92➤ ‘उतना वह सूरज है’ किसकी रचना है ?
93➤ ‘कन्धे पर सूरज’ किसकी रचना है ?
94➤ ‘कल सुनना मुझे’ किसकी रचना है ?
95➤ ‘घास का घराना’ किसकी रचना है ?
96➤ ‘बची हुई पृथ्वी’ किसकी रचना है ?
97➤ ‘गुलमेंहदी’ किसकी रचना है ?
98➤ ‘काल के कपाल पर हस्ताक्षर’ किस प्रसिद्ध साहित्यकार की जीवनी है ?
99➤ “स्त्री पुरूष से उतनी ही श्रेष्ठ है, जितना प्रकाश अंधकार से।” उपर्युक्त कथन गोदान के किस पात्र का है ?
100➤ “वे हिन्दी के पहले आधुनिकतावादी कथाकार हैं।” डॉ॰ बच्चन सिंह का यह कथन किस कथाकार के संदर्भ में है ?