58वां ज्ञानपीठ पुरस्कार

ज्ञानपीठ पुरस्कार एक वार्षिक भारतीय साहित्यिक पुरस्कार है जो भारतीय ज्ञानपीठ द्वारा किसी ऐसे साहित्यकार को दिया जाता है जिसका साहित्य के क्षेत्र में असाधारण योगदान होता है। इसे सन् 1961 में स्थापित किया गया था। इसमें पुरस्कार स्वरूप 11 लाख रूपये, वाग्देवी की मूर्ति और एक प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाता है। यह केवल संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल 22 भाषाओं के लेखकों को ही प्रदान किया जाता है। वर्ष 2023 के लिए यह पुरस्कार दो लोगों को दिया गया, जिनके नाम इस प्रकार हैं-

क्र.स. लेखक भाषा
1 गुलज़ार उर्दू
2 रामभद्राचार्य संस्कृत

गुलज़ार का परिचय

गुलज़ार नाम से प्रसिद्ध ‘सम्पूर्ण सिंह कालरा’ का जन्म 18 अगस्त 1934 को पंजाब के दीना गांव (जो अब पाकिस्तान में है) में हुआ था। गुलज़ार हिन्दी फिल्मों के एक प्रसिद्ध गीतकार हैं, इसके अतिरिक्त वे एक कवि, पटकथा लेखक, फिल्म निर्देशक, नाटककार तथा प्रसिद्ध शायर हैं। इन्होंने मुख्यतः हिन्दी, उर्दू तथा पंजाबी में लिखा है परन्तु ब्रज भाषा, खड़ी बोली, मारवाड़ी और हरियाणवी में भी इनकी रचनाएं देखने को मिलती हैं। गुलज़ार को वर्ष 2002 में साहित्य अकादमी पुरस्कार और वर्ष 2004 में भारत सरकार द्वारा दिए जाने वाले तीसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘पद्म भूषण’ से भी सम्मानित किया गया। वर्ष 2009 में ‘डैनी वॉयल’ द्वारा निर्देशित फिल्म ‘स्लम्डाग मिलियनेयर’ में इनके द्वारा लिखे गीत ‘जय हो’ के लिए इन्हें सर्वश्रेष्ठ गीत का ‘ऑस्कर अवार्ड’ भी मिल चुका है। इसी गीत के लिए इन्हें ग्रैमी पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है। 

 रामभद्राचार्य का परिचय

जगद्गुरू रामभद्राचार्य जिनका पूर्वाश्रम नाम ‘गिरिधर मिश्र’ है का जन्म 14 जनवरी 1950 को उत्तर प्रदेश के जौनपुर में हुआ था। रामभद्राचार्य एक प्रसिद्ध हिन्दू आध्यात्मिक नेता, शिक्षक और लेखक हैं। यह चित्रकूट में तुलसी पीठ के संस्थापक और प्रमुख हैं। इन्होंने चार महाकाव्यों सहित 240 से अधिक किताबें और ग्रंथ लिखे हैं। नेत्रहीन होने के बावजूद जगद्गुरू रामभद्राचार्य एक बहुभाषी हैं, जो 22 भाषाएं बोल सकते हैं। इसके अतिरिक्त यह संस्कृत, हिन्दी, अवधी और मैथिली सहित कई भारतीय भाषाओं के कवि और लेखक भी हैं। इनके योगदान को देखते हुए भारत सरकार ने वर्ष 2015 में इन्हें पद्म विभूषण से सम्मानित किया। रामभद्राचार्य वर्ष 1982 से रामानंद संप्रदाय के चार जगद्गुरूओं में से एक के रूप में पद संभाल रहे हैं।

 

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