1➤ स्कन्दगुप्त के संदर्भ में सही नहीं है ?
2➤ निम्नलिखित में से स्कन्दगुप्त नाटक का पात्र नहीं है ?
3➤ ‘अधिकार सुख कितना मादक और सारहीन है’ यह किसका कथन है ?
4➤ निम्नलिखित में से स्कन्दगुप्त नाटक का पात्र है ?
5➤ ‘कविता करना अनंत पुण्य का फल है।’ यह किसका कथन है ?
6➤ ‘परिवर्तन ही सृष्टि, जीवन है। समय स्त्री व पुरूष दोनों की गेंद लेकर दोनों हाथ से खेलता है।’ यह किसका कथन है ?
7➤ निम्नलिखित में से स्कन्दगुप्त नाटक का पात्र नहीं है ?
8➤ ‘पुलिंग व स्त्रीलिंग की समष्टि अभिव्यक्ति की कुंजी है। पुरूष उछाल दिया जाता है, स्त्री आकर्षण करती है। यही जड़ प्रकृति का चेतन रहस्य है।’ यह किसका कथन है ?
9➤ निम्नलिखित में से स्कन्दगुप्त नाटक का पात्र नहीं है ?
10➤ ‘क्षमा पर मनुष्य का अधिकार है, वह पशु के पास नहीं मिलती। उठो मैं तुम्हें क्षमा करती हूं।’ यह किसका कथन है ?
11➤ ‘पवित्रता की माप है मलीनता, सुख का आलोचक है, दुःख, पुण्य की कसौटी है, पाप।’ यह किसका कथन है ?
12➤ ‘प्रत्येक परमाणु के मिलन में एक समय है।’ यह किसका कथन है ?
13➤ निम्नलिखित में से स्कन्दगुप्त नाटक का पात्र नहीं है ?
14➤ धर्म के अंधभक्तों मनुष्य अपूर्ण है। इसलिए सत्य का विकास जो उसके द्वारा होता है, अपूर्ण होता है। यह किसका कथन है ?
15➤ ‘आह ! वेदना मिली विदाई।’ यह किसका कथन है ?