✨प्रस्तावना
राजेन्द्रबाला घोष, जिन्हें ‘बंगमहिला’ के नाम से जाना जाता है, की कहानी ‘दुलाईवाली’ हिंदी साहित्य की पहली आधुनिक और मौलिक कहानियों में से एक मानी जाती है। यह कहानी 1907 में ‘सरस्वती’ पत्रिका में प्रकाशित हुई थी और इसे हिंदी कहानी के विकास में एक मील का पत्थर माना जाता है। यहां इस कहानी के सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं को प्रकाशित कर एक समीक्षात्मक अध्ययन प्रस्तुत किया गया है।
📙कहानी का परिचय :
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कहानी का नाम: दुलाईवाली
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लेखिका: बंग महिला (राजेन्द्र बाला घोष)
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प्रकाशन वर्ष: 1907 ई.
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प्रकाशन स्थल: सरस्वती पत्रिका
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महत्व: यह हिंदी की प्रथम मौलिक कहानी मानी जाती है।
👥प्रमुख पात्र:
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वंशीधर: मुख्य पात्र, इलाहाबाद निवासी
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जानकी देई: वंशीधर की पत्नी
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सीता: जानकी की बहन
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नवलकिशोर: वंशीधर का ममेरा भाई, स्वदेशी विचारधारा के समर्थक
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लाठीवान: ट्रेन में एक यात्री
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अन्य पात्र: वंशीधर की सास, साला, इक्केवाला आदि
लेखिका का परिचय :✍️
राजेन्द्र बाला घोष, जिन्हें ’बंग महिला’ के नाम से जाना जाता है, हिंदी साहित्य की प्रारंभिक आधुनिक महिला लेखिकाओं में से एक थीं। उनका जन्म 1882 में वाराणसी के एक प्रतिष्ठित बंगाली परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम रामप्रसन्न घोष और माता का नाम नीदरवासिनी घोष था।
हिंदी साहित्य में उनका महत्वपूर्ण योगदान ’दुलाईवाली’ (1907) कहानी के माध्यम से है, जिसे हिंदी की प्रारंभिक मौलिक कहानियों में गिना जाता है। इसके अलावा उन्होंने बंगला में ’प्रवासिनी’ के नाम से भी लेखन कार्य किया। उनकी अन्य प्रमुख कहानियों में ’चंद्रदेव से मेरी बातें’ (1904), ’कुंभ में छोटी बहू’ (1906), ’भाई-बहन’ (1908), ’दालिया’ (1909) और ’हृदय परीक्षा’ (1915) शामिल हैं।
कहानी- दुलाईवाली
📖कहानी का सारांश
कहानी की शुरूआत काशी के दशाश्वमेध घाट से होती है, जहाँ वंशीधर स्नान के बाद अपनी पत्नी जानकी देई को विदा कराने के लिए आते हैं। वंशीधर को अपने ममेरे भाई नवलकिशोर से मिलने के लिए इलाहाबाद जाना है, जो स्वदेशी आंदोलन का समर्थक है। इस कहानी में वंशीधर की विदेशी धोती पहनने की गलती और उससे उत्पन्न असमंजस के माध्यम से तत्कालीन सामाजिक परिवेश और स्वदेशी आंदोलन की भावना को दर्शाया गया है। इसमें जानकी देई की भावनाओं, परिवार की आर्थिक स्थिति, और सामाजिक रीति-रिवाजों का चित्रण किया गया है। वंशीधर और नवलकिशोर की मित्रता, जानकी देई की विदाई, और यात्रा के दौरान की घटनाएँ कहानी को रोचक बना देती हैं। कहानी का समापन एक हास्यप्रद मोड़ पर होता है, जब वंशीधर को पता चलता है कि ’दुलाईवाली’ के वेश में नवलकिशोर स्वयं हैं।
🔎समीक्षात्मक अध्ययन
1. युगीन चेतना और सामाजिक यथार्थ
दुलाईवाली कहानी में हमें युगीन चेतना और सामाजिक यथार्थ देखने को मिलता है। वंशीधर और नवलकिशोर की मित्रता तत्कालीन समाज में व्याप्त सामाजिक और पारिवारिक आत्मीयता को उजागर करती है। कहानी में एक जगह जब वंशीधर विलायती धोती पहनने पर अफसोस जताते हैं और स्वदेशी वस्त्रों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त करते हैं, तब पाठकों को समाज पर स्वदेशी आंदोलन के प्रभाव की झलक दिखाई देती है।
2. स्त्री-चेतना और नारी मनोविज्ञान
यह कहानी स्त्री विमर्श की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। इसमें जिस तरह से जानकीदेई को चित्रित किया गया है, उससे पता चलता है कि उस समय स्त्रियों की स्थिति कितनी दैयनीय थी। पति के आदेश पर विदा होने की विवशता, मां के साथ भावनात्मक जुड़ाव, और समाज में स्त्रियों की भूमिका का यथार्थ चित्रण इस कहानी की विशेषता है।
3. भाषा और शैली
बंगमहिला ने इस कहानी में खड़ीबोली हिंदी के साथ-साथ आंचलिक भाषा का भी प्रयोग किया है, जिससे पात्रों की भाषा और व्यवहार में स्वाभाविकता आ जाती है। कहानी की भाषा चित्रात्मक और भावाभिव्यंजक है, जो पाठकों को कथा में डूबने का अवसर प्रदान करती है।
4. कथानक की संरचना और रहस्य
कहानी की संरचना में रहस्य और कौतूहल बनाए रखने की क्षमता है। दुलाईवाली के रहस्य को अंत तक बनाए रखना और फिर उसका हास्यात्मक उद्घाटन कहानी को रोचक बनाता है। यह तकनीक कहानी को पाठकों के लिए आकर्षक बनाती है।
📚निष्कर्ष
‘दुलाईवाली’ कहानी हिंदी साहित्य में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है। यह न केवल मनोरंजक है, बल्कि इसमें तत्कालीन समाज, स्त्री-पुरुष संबंधों, और युगीन चेतना का भी सजीव चित्रण किया गया है। भले ही इस कहानी में हमें वह परिपक्वता दिखाई न दे, जो आज की कहानियों में दिखती है। लेकिन आरम्भिक कहानी की दृष्टि से यह हिंदी कहानी की विकास यात्रा में एक मील का पत्थर साबित होती है।
♦️वस्तुनिष्ठ प्रश्न♦️
1➤ ‘दुलाईवाली’ कहानी की लेखिका कौन हैं?
2➤ ‘दुलाईवाली’ कहानी का प्रकाशन वर्ष क्या है?
3➤ कहानी ‘दुलाईवाली’ का प्रकाशन किस पत्रिका में हुआ था?
4➤ जानकी देई का संबंध वंशीधर से क्या है?
5➤ कहानी की शुरुआत कहाँ से होती है?
6➤ वंशीधर किस आंदोलन से प्रभावित हैं?
7➤ कहानी में ‘दुलाईवाली’ के वेश में कौन था?
8➤ कहानी में वंशीधर किससे मिलने इलाहाबाद जा रहे हैं?
9➤ कहानी में ‘लाठीवान’ कौन है?
10➤ नवलकिशोर का वंशीधर से क्या संबंध है?