भारतेन्दु युग (MCQ) भाग-2

1➤ आधुनिक हिन्दी गद्य के जनक माने जाते हैं ?





2➤ हिन्दी नवजागरण को ‘मूलतः बुद्धिवादी और रहस्यवाद-विरोधी’ कहने वाले विद्वान हैं ?





3➤ निम्नलिखित कवियों में से एक भारतेंदुयुगीन नहीं है ?





4➤ निम्नलिखित कवियों में से भारतेन्दुयुगीन कौन हैं ?





5➤ इनमें भारतीय नवजागरण का अग्रदूत कवि कौन रहा है ?





6➤ “भीतर-भीतर सब रस चूसै, हंसि-हंसि के तन मन धन मूसै।” इन पंक्तियों के रचयिता हैं ?





7➤ आधुनिक काल के साहित्य की सबसे बड़ी विशेषता है ?





8➤ “हिन्दी नयी चाल में ढली” यह कथन है ?





9➤ भारतेन्दु के हिन्दी-योगदान का स्वरूप है ?





10➤ भारतेन्दुकालीन साहित्य और उनकी प्रवृत्तियों से संबंधित कौन सा कथन सही नहीं है ?





11➤ भारतेन्दु हरिश्चंद्र से संबंधित कौन सा कथन सही नहीं है ?





12➤ इनमें से किस कवि/साहित्यकार का संबंध भारतेन्दुकाल से नहीं है ?





13➤ भारतेन्दुकालीन नाटकों की रचना के मूल उद्धेश्य से सम्बन्धित कौन सा कथन सही नहीं है ?





14➤ भारतेन्दुकालीन पत्र – पत्रिकाओं में प्रकाशित विषय-वस्तु से सम्बन्धित कौन सा कथन गलत है ?





15➤ हिन्दी पुनर्जागरण काल किसे कहा जाता है ?





16➤ भारतेन्दु युग का कौन-कवि पुष्टिमार्ग में दीक्षित था ?





17➤ भारतेन्दु ने रीतिकालीन मुक्तकों का संग्रह किस रचना में किया है ?





18➤ भारतेन्दु और प्रेमघन किस उपनाम से उर्दू में कविता लिखते थे ?





19➤ भारतेंदु युग की केन्द्रीय विधा है ?





20➤ निम्नलिखित में से भारतेन्दुकालीन कवि कौन से हैं ?





21➤ “अंगरेज राज सुख साज सजे सब भारी। पै धन विदेश चलिजात यहै अति ख्वारी।” ये पंक्तियां किसके द्वारा लिखी गई हैं ?





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