भक्तिकाल (MCQ) भाग – 4

1➤ “कमल दल नैनन की उनमानि। बिसरत नाहि सखी मो मन तें मंद-मंद मुसकानि।” – यह पद चरण किसकी रचना है ?





2➤ “बरसै मघा झकोरी-झकोरी। मोर दुइ नैन चुवैं जस ओरी।” इस अर्द्धाली में आए ‘ओरी’ शब्द का अर्थ है ?





3➤ लोक-मंगल की भावना का सर्वश्रेष्ठ कवि इनमें से कौन है ?





4➤ मीराबाई की रचनाओं में किस भाषा की छौंक ज्यादा पाई जाती है ?





5➤ ‘चन्दायन’ के रचयिता हैं ?





6➤ निरंजनी सम्प्रदाय के प्रवर्तक कवि कौन हैं ?





7➤ ‘भक्तमाल’ के रचयिता का नाम है ?





8➤ “भक्तन को कहा सीकरी सों काम।” यह किस कवि की उक्ति है ?





9➤ “कबीर वाणी के डिक्टेटर थे”, कथन के लेखक हैं ?





10➤ ‘हरिदास सम्प्रदाय’ को अन्य नाम से भी पुकारा जाता है। यह नाम है ?





11➤ ‘भक्तमाल’ के रचयिता नाभादास के गुरू का नाम था ?





12➤ सूरसागर की रचना का आधार………….है ?





13➤ भक्ति को ‘भारतीय चिंता का स्वाभाविक विकास’ किसने माना है ?





14➤ संत-काव्य में ‘सबद’ …………….से अभिप्राय है ?





15➤ कबीर के काव्य की प्रमुख प्रवृत्ति…………….नहीं है ?





16➤ “मांगत तुलसीदास कर जोरे। बसहिं रामसिय मानस मोरे।।” उपर्युक्त पंक्ति में किससे याचना की गई है ?





17➤ “हम तो दुहूं भांति फल पायो। जौ ब्रजनाथ मिलैं तो नीको, नातरू जग जस गायो।।” उपर्युक्त पंक्तियों में ………….है ?





18➤ आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने किसके काव्य का विवेचन करते हुए ‘चकपकाहट’ शब्द का प्रयोग किया है ?





19➤ विनयपत्रिका में काशी के लिए किसका रूपक वर्णित है ?





20➤ “बाबरो रावरो नाह भवानी। दानि बड़ो दिन देत दये बिनु, वेद-बड़ाई भानी।।” उपर्युक्त पंक्तियों में किसके द्वारा किसे संबोधन की कल्पना है ?





21➤ “जाको बालविनोद समुझि जिय डरत दिवाकर भोर को। जाकी चिबुक-चोट चूरन किय रद-मद कुलिस कठोर को।।” इन पंक्तियों में किसकी वीरता का वर्णन है ?





22➤ ‘पद्मावत’ की काव्यगत विशेषताओं की दृष्टि से कौन सा विकल्प असंगत है ?





23➤ जायसी ने ‘पद्मावत’ में ‘बारहमासा’ पद्धति का उपयोग………………के लिए किया है ?





24➤ कबीर की भक्ति का अनिवार्य अंग क्या है ?





25➤ कबीर ने आलोचक, सुधारक, पथ-प्रदर्शक व समन्वयकर्त्ता के रूप में किन विषयों का उल्लेख किया है ?





26➤ किस समीक्षक ने कहा “शब्दों के जोड़-तोड़ में चमत्कार लाने के फेर में पड़ना कबीर की प्रवृत्ति के प्रतिकूल था।”





27➤ ‘भ्रमरगीतसार’ में किन अलंकारों की प्रमुखता है ?





28➤ ‘भ्रमरगीतसार’ के किन पदों में ‘श्लेष’ और ‘यमक’ अलंकार पाए जाते हैं ?





29➤ ‘भ्रमरगीत’ श्रृंगार का कैसा काव्य है ?





30➤ ‘विनयपत्रिका’ के पदों में तुलसीदास की भक्ति किस भाव की है ?





31➤ “काल-अतिकाल, कलिकाल, व्यालादि-खग, त्रिपुर-मर्दन, भीम-कर्म भारी। सकल लोकान्त-कल्पान्त शूलाग्र कृत दिग्गजाव्यक्त-गुण नृत्यकारी।।” इन पदों में किसकी स्तुति की गई है ?





32➤ “तू दयालु दीन हौं तू दानि, हौं भिखारी। हौं प्रसिद्ध पातकी, तू पाप-पुंज हारी।।” उपर्युक्त पंक्तियों में कौन सा रस है ?





33➤ कबीर का हठयोग किस साहित्य से प्रभावित है ?





34➤ “कस्तूरी कुंडलि बसै, मृग ढूंढै बन मांहि। ऐसै घटि-घटि राम हैं, दुनिया देखैं नाहिं।।” प्रस्तुत पद में है ?





35➤ मीराबाई की उपासना किस भाव की थी ?





36➤ “जहां बैठावे तित बैठूं, बेचै तो बिक जाऊं।” इस पंक्ति में मीरा का व्यक्त भाव है ?





37➤ “मैं तो गिरधर के घर जाऊं, गिरधर म्हारों सांचो प्रीतम,देखत रूप लुभाऊं।” इस पद में कौन सा काव्य गुण है ?





38➤ ‘भ्रमरगीत’ प्रसंग का प्रतिपाद्य है ?





39➤ “‘भ्रमरगीत’ सूरसागर के भीतर का एक सार रत्न है।” यह कथन किसका है ?





40➤ ‘सुफलक सुत’ का अर्थ है ?





41➤ ‘काहे को गोपीनाथ कहावत ?’ इस पंक्ति में व्यक्त भाव है ?





42➤ “हंस जो रहा सरीर महं, पांख जरा, गा भागि।” इस पंक्ति में ‘हंस’ का अर्थ है ?





43➤ निम्नांकित कवियों एवं उनके समक्ष अंकित पंक्तियों में से कौन सा युग्म असंगत है ?





44➤ “पिउ बियोग अस बाउर जीऊ” पंक्ति में ‘बाउर’ शब्द का अर्थ है ?





45➤ “जो पै चेराई राम की करतो न लजातो।” पंक्ति में ‘चेराई’ शब्द का अर्थ है ?





46➤ ”भक्ति-रस का पूर्ण परिपाक जैसा ‘विनयपत्रिका’ में देखा जाता है, वैसा अन्यत्र नहीं।” यह कथन है ?





47➤ निम्नलिखित में से कौन सी रचना तुलसीदास की नहीं है ?





48➤ ‘विनय पत्रिका’ के बारे में कौन सा कथन सही नहीं है ?





49➤ इनमें संत कबीर से सम्बंधित कौन सा कथन सही नहीं है ?





50➤ ‘नागमती वियोग खण्ड’ से संबंधित कौन सा कथन सही नहीं है ?





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