रीतिकाल (MCQ) भाग-3

1➤ निम्नलिखित कवियों के जीवन काल का सही आरोही क्रम है ?





2➤ निम्नलिखित में से कौन-सा एक कवि लक्षणग्रंथकार नहीं है ?





3➤ निम्नलिखित रचनाओं और रचनाकारों में से सही विकल्प है ?





4➤ “तुलसी गंग दुवौ भये सुकविन के सरदार।” कविवर गंग के संबंध में यह किसका कथन है ?





5➤ बिहारी को किस श्रेणी के रीतिकवियों में माना जाता है ?





6➤ देव माने जाते हैं ?





7➤ “इनकी सी विशुद्ध, सरस और शक्तिशालिनी ब्रजभाषा लिखने में और कोई कवि समर्थ नहीं हुआ। विशुद्धता के साथ प्रौढ़ता और माधुर्य भी अपूर्व है। ……………..ये वियोग श्रृंगार के प्रधान मुक्तक कवि हैं।” आचार्य रामचंद्र शुक्ल का उक्त कथन किस कवि के विषय में है ?





8➤ हिंदी रीतिग्रंथों की अखण्ड परम्परा का आरंभ आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने माना है ?





9➤ “व्यंग्य जीव है कवित, शब्द अर्थ गति अंग। सोई उत्तम काव्य है, वरनै व्यंग्य प्रसंग।।” उक्त कथन किस आचार्य का है ?





10➤ आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने ‘भक्तिकाल सगुण धारा फुटकल रचनाएं’ शीर्षक के अंतर्गत परिगणित किस कवि के लिए कहा है : “……………………….को कविहृदय नहीं मिला था। उनमें वह सहृदय और भावुकता न थी जो एक कवि में होना चाहिए। वे संस्कृत साहित्य से सामग्री लेकर अपने साहित्य और रचना कौशल की धाक जमाना चाहते थे।” ?





11➤ हिन्दी साहित्य के उत्तरमध्यकाल को ‘कलाकाल’ नाम देने वाले विद्वान हैं ?





12➤ ‘रीतिकाल की भूमिका’ पुस्तक के लेखक हैं ?





13➤ निम्नलिखित कवियों में से किसे ‘प्रेम की पीर’ का कवि कहा गया है ?





14➤ “अमिय हलाहल मद भरे स्वेत स्याम रतनार” किस कवि की पंक्ति है ?





15➤ ‘जगद्विनोद’ की रचना किस कवि ने की है ?





16➤ ‘काव्यविवेक’ के रचनाकार हैं ?





17➤ “फागु की भीर अभीरन में गहि गोविन्द लै गयी भीतर गोरी।” इसके रचनाकार हैं ?





18➤ घनानन्द को ‘साक्षात रसमूर्ति’ किसने माना है ?





19➤ निम्नलिखित में से किस रीतिमुक्त कवि ने प्रेम के मार्ग को ‘तरवारि की धार पै धावनो है’ -कहा है ?





20➤ “कत देखाय कामिनि दई, दामिनि को यह बांह। थरथराति सो तन फिरै, फरफराति घन मांहि।।” यह किस कवि की रचना है ?





21➤ “आगे के सुकवि रीझिहैं तौ कविताई न तौ राधिका-कन्हाई सुमिरन को बहानो है।” ये उक्ति किस कवि की हैं ?





22➤ ‘रसलीन’ का मूल नाम क्या था ?





23➤ आचार्य रामचन्द्र शुक्ल ने रीतिकाल का प्रवर्तक किसे माना है ?





24➤ “पंडित और प्रबीनन कौ जोइ चित्त हरै, सो कवित्त कहावै।।” यह किस कवि का कथन है ?





25➤ “लिखन बैठि जाकी, सबी, गहि-गहि गरब गरूर। भर न कते जगत के चतुर चितेरे कूर।।” उपर्युक्त दोहे के सन्दर्भ में बतलाएं कि निम्नलिखित में से किस कारण से चित्रकार नायिका की छवि (पोट्रेट) को चित्रित करने में सफल नहीं हो पाते थे ?





26➤ कवि केशवदास की कौन सी कृति अपने वर्ण्य-विषय की अपेक्षा छन्दों की विविधता में भटक गई लगती है ?





27➤ “भरि रही भनक बनक ताल तालन की। तनक-तनक तामें खनक चुरीन की।” ये किस कवि के छन्द की पंक्तियां हैं ?





28➤ हिन्दी साहित्य के उत्तर मध्यकाल को ‘श्रृंगारकाल’ नाम दिया है ?





29➤ “भूलि कहत नव रस सुकवि सकल मूल सिंगार।” – यह उक्ति किस आचार्य की है ?





30➤ “नेही महा ब्रजभाषा प्रवीन, औ सुन्दरताहु के भेद को जानै। ……………………….भाषा प्रवीन सुछंद सदा रहै, सो घन जू के कवित्त बखानै।।” इन पंक्तियों में किस कवि के बारे में कहा गया है ?





31➤ रीतिकाल में वीरकाव्य लिखने के लिए सर्वाधिक प्रसिद्धि किसे मिली ?





32➤ कौन से रीतिकालीन कवि आपस में भाई माने जाते हैं ?





33➤ “परकाजहि देह को धारि फिरौ परजन्य जथारथ ह्वै दरसौ। निधि-नीर सुधा के समान करौ, सबही बिधि सज्जनता सरसौ। घनआनंद जीवन दायक हौ कछू मेरियौ पीर हियें परसौ।” उपर्युक्त पंक्तियां किसे संबोधित हैं ?





34➤ “इससे इस काल को रस के विचार से कोई श्रृंगारकाल कहे तो कह सकता है।” रीतिकाल के लिए यह कथन किसका है ?





35➤ रिक्त स्थान भरिए “खोय दई बुधि, सोय गई सुधि, रोय हंसे ……………….जग्यौ है।” ?





36➤ रिक्त स्थान भरिए “भोर तैं सांझ लौं……………………….निहारति बावरी नेकु न हारति।” ?





37➤ पं. विश्वनाथप्रसाद मिश्र के मत से ‘रीतिकाल’ का नाम ‘श्रृंगार काल’ होना चाहिए, क्योंकि ?





38➤ निम्नांकित में से कौन रीति सिद्ध काव्यधारा का कवि है ?





39➤ “नीकी दई अनाकनी, फीकी परि गुहारि। तज्यौ मनौ तारन- बिरदु बारक बारनु तारि।।” बिहारी के इस दोहे में व्यक्त भाव है ?





40➤ “लोग हैं लागि कवित्त बनावत, मोहिं तौ मोर कवित्त बनावत।” यह पंक्ति किसकी है ?





41➤ “वहै मुसक्यानि, वहै मृदु बतरानि, वहै लड़कीली बानि आनि उर मैं अरति है।” इन पंक्तियों में वियोग की कौन सी दशा है ?





42➤ निम्नलिखित में से कौन सी रचना घनानंद की नहीं है ?





43➤ “भूषण बिनु न विराजई, कविता वनिता मित्त” उक्ति में कवि केशव ने अपनी कैसी अभिरूची प्रकट की है ?





44➤ ऋतु वर्णन करने वाले कवियों में सर्वश्रेष्ठ कहे गए हैं ?





45➤ महाराज जसवंत सिंह द्वारा रचित लक्षण ग्रन्थ का नाम है ?





46➤ “अली कली ही सों बध्यो, आगे कौन हवाल” उक्ति में कवि बिहारी का कौन सा रूप प्रकट हुआ है ?





47➤ जयपुर नरेश ‘जगत सिंह’ के आश्रय में रहते हुए पद्माकर ने कौन सा लक्षण-ग्रन्थ लिखा था ?





48➤ रामचन्द्र शुक्ल ने पद्माकर की भावमूर्ति विधायिनी कल्पना की प्रशंसा क्यों की है ?





49➤ ‘कविकुलकल्पतरू’ किसकी रचना है ?





50➤ ‘ललितललाम’ किसकी रचना है ?





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